Pak Vs Nz: न्यूजीलैंड के खिलाड़ी रचिन रविंद्र ने 2023 विश्व कप में शतक ठोक दिया है यह 2023 विश्व कप में उनका तीसरा शतक है सलामी बल्लेबाज में प्रवेश करने वाले रचिन रविंद्र का बेंगलुरु में से ग्रहण गहरा संबंध है इस मुकाबले को भी उनके सितारों ने देखा है | Pak Vs Nz
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PAK Vs NZ
90 के दशक में बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर रवि कृष्णमूर्ति न्यू चले गए थे लेकिन वह भारत और क्रिकेट से प्यार करते रहे 18 नवंबर 1999 को उनका बेटा हुआ |
कृष्णमूर्ति ने राहुल और सचिन के नाम पर अपने बेटे का नाम रचिन रविंद्र रखा बचपन से ही रचिन रविंद्र ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था छुट्टी पर भारत आने पर वह एवं चिन्नास्वामी स्टेडियम में भी प्रैक्टिस करते थे
रचिन रविंद्र ने पाकिस्तान के खिलाफ भी ठोक डाला अद्भुत शतक
रचिन रविंद्र ने वर्ल्ड कप 2023 में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर शतक लगा दिया है, पाकिस्तान की टीम के खिलाफ खेल रहा है 88 गेंद पर रचिन रविंद्र ने अपनी सेंचुरी पूरी की यह 2023 कप में उनकी तीसरी सेंचुरी है |
इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी शतक लगाए थे उन्होंने शतक तक पहुंचने में काफी चौकी और छक्के मारा रचिन रविंद्र ने वर्ल्ड कप से पहले कभी वनडे में टॉप फाइव में बैटिंग नहीं की थी।
108 रनों की पारी खेलने के बाद रचिन रविंद्र मोहम्मद वसीम जूनियर की गेंद पर आउट हो गए और उनके साथ केन विलियमसन ने भरपूर साथ निभाया हालांकि केन विलियमसन अपनी सेंचुरी नहीं लगा पाए लेकिन रचिन रविंद्र और केन विलियमसन की पार्टनरशिप बहुत ही अद्भुत रही जिससे न्यूजीलैंड की टीम को अच्छा स्कोर मिला।
रचिन रविंद्र ने अपने पहले वर्ल्ड कप में 500 रन बना लिए
रचिन रविंद्र ने भी 2023 के वर्ल्ड कप में 500 रन पूरे किए हैं वह ऐसा करने वाले क्विंटन डीकोक के बाद दूसरे बल्लेबाज है अपने वर्ल्ड कप में 500 रन बनाने वाले राशन एकमात्र बल्लेबाज है 2019 में इंग्लैंड कितनी बेस्ट ने ऐसा किया था |
अपने वर्ल्ड कप डिपो में तीन शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी जो इंटरेस्ट हुई थी उसके बाद अब उनकी इनका नाम आता है लेकिन इनका भी और खेलना बाकी है शायद यह और भी शतक लगा सकते हैं
जानिये रचिन रविंद्र के माता पिता कहा रहते है ?
रचिन रविंद्र ने अपने परिवार और दोस्तों के सामने पाकिस्तान के खिलाफ शतक चुका है लेकिन उनके माता-पिता अब भारत में नहीं है उनके पेशेवर जिम्मेदारियां में उन्हें न्यूज़ीलैंड वापस भेजा है उन्हें स्टेडियम में पहली बार खेलते हुए उनके नाना नानी देखते हैं गुरुवार को रचिन रविंद्र और उनकी टीम का समर्थन करने के लिए पूरा परिवार स्टेडियम में होगा जैसा कि उनके दादा प्रसिद्ध शिक्षक दिए बालकृष्ण थे।